- 77 साल में दो गुना से भी ज्यादा हो गए हम भारत के आजादी के बाद हमारी जान संख्या जिस तरह बड़ी हे दुनिया में हम 144305955 के आबादी के करीब हो गए हम ?
- 62 करोड़ पुरुष के सख्या और औरतो की सख्या 57 करोड़ के लगभग हे |
- शहर में रहने बलि लोग के 32 फीसदी हे |
- 78 फीसदी लोग गॉव में रहती हे
- हम सन 2000 में हे 1 अरब के जान संख्या पर कर चुकी थे
- क्या भारत के आबादी इसी तरह बढ़ती रहेगी
जान संख्या आबादी को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार को क़ानूनल लागु करना चाहिए जन संख्या बृद्धि के बढ़नी
के कुछ मुख्या कारण लोगो का शिक्छित न होना | ऊचा जन्म दर, गर्म जलबायु ,सरकार के द्वारा परिबार नियोजन की योजनाओ के जानकारी न होना | नीरोद का इस्तमाल न करना | सर्म ,जिसे
जनसँख्या बृद्धि बढ़नी से होनी बाली भयानक नुकसान -जनसंख्या बृद्धि होने से सबसे बड़ा नुकसान बेरोजगारी रोजगार
की कमी लोगो की आर्थिक इस्थ्ती दिन पर दिन ख़राब हुई हे। पहिले घर में एके न एके के सरकारी नौकरी होती थे
- खाने पिने के बस्तिओ की कमी कम पैदाबार
- भूमि की कमी
- जलबायु परिबर्तन
- गेलीसियर का पिघलना
- ऑक्सीजन की कमी
- मौसम गर्माहट टेम्प्रचर का आदिक बढ़ना
जनशंख्या में कोन से स्थान पर हे हम – अभी तो हम पूरी दुनिया में दुनिया में दूसरी स्थान पर अति हे पाहिले स्थान पर
अभी चीन बान ही हुआ हे |
दुनिया के देश और उन के जनशंख्या –
- सबसे पहिला देश हे चीन जिस की जानसंख्या अरबो में 1416043271
- दुशरा दिस हे भारत 1409128296
- तीसर देश हे अमरीका 341963408
- चो था देश हे इंडोनेसिया 281562456